शिकायत तो है जिंदगी से पर...

शिकायत तो है जिंदगी से पर कई एहसान भी है इसके मुझपे
पांच साल पहले काफी कमजोर था मैं
तो इसी जिंदगी ने मुझे मजबूत बनाया
जितने बार गिराया उतने बार वापस उठना भी सिखाया
सुख सुविधाएं छीनकर ये बताया कि कोन मेरा अपना नही है
और दुख दुविधाएं देकर ये बताया कि कोन मेरा अपना है।

पहले मन काबू में नही रहता था
शौक पूरे करने की उम्र में शॉक जो दे रखा था जिंदगी ने
कही ना कही मैं नाराज था ये जिंदगी से
लेकिन जैसे जैसे वक्त बिता और समझ आनी शुरू हुई तब मुझे एहसास हुआ की इस नौसिकिए को समझदार बनाने के लिए ही जिंदगी ने ये दृश्य दिखलाए
शिकायत तो है जिंदगी से पर कई एहसान भी है इसके मुझपे।

-आपसे फिर मिलूंगा मेरे अगले ब्लॉग में।

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